क्रिप्टोकरंसी क्या है?

क्रिप्टोकरंसी डिजिटल करंसी होती है। ऑनलाइन माध्यम से दुनियाभर में इसका लेन-देन किया जा सकता है। इसे रेग्युलेट करने के लिए एनक्रिप्शन तकनीक इस्तेमाल की जाती है। इसे कोई केंद्रीय बैंक, ऋण संस्था या कोई ई-पैसा संस्थान जारी नहीं करता है। इस लिहाज से वर्चुअल करंसी एक तरीके का अनियंत्रित डिजिटल धन होता है। इसे बनाने वाले ही जारी करते हैं और नियंत्रित करते हैं। फरवरी 2018 तक भारत में क्रिप्टोकरंसी के कारोबार में 50 लाख ट्रेडर और 24 एक्सचेंज सक्रिय थे। दुनिया की कई रेग्युलेटरी संस्थाएं प्रमुख क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन में ट्रेडिंग के खिलाफ चेतावनी दे चुकी हैं, जबकि कुछ देश इसके समर्थन में हैं। 2017 में जापान ने बिटकॉइन को वैध करंसी का दर्जा दिया था।